डीएलएड मूल्यांकन पारिश्रमिक में बढ़ोतरी और बकाया भुगतान की मांग को लेकर परीक्षकों ने सौंपा ज्ञापन
सीतापुर। डीएलएड (डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन) पाठ्यक्रम की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में लगे परीक्षकों ने अपने पारिश्रमिक में बढ़ोतरी और लंबित भुगतान की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन उप शिक्षा निदेशक एवं जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) खैराबाद, सीतापुर के प्राचार्य के माध्यम से परीक्षा नियामक प्राधिकारी, प्रयागराज को भेजा गया।
परीक्षकों ने ज्ञापन में उल्लेख किया कि डीएलएड मूल्यांकन के लिए वर्तमान में ₹11 प्रति उत्तर पुस्तिका का पारिश्रमिक दिया जाता है, जबकि इसी तरह के बीएड पाठ्यक्रम में यह दर ₹20 प्रति उत्तर पुस्तिका है। परीक्षकों ने इसे अनुचित बताते हुए मांग की कि डीएलएड मूल्यांकन का पारिश्रमिक भी बीएड के समान किया जाए।
इसके अतिरिक्त, ज्ञापन में यह भी बताया गया कि दो सत्रों से परीक्षकों को मूल्यांकन का भुगतान नहीं किया गया है, जिससे वे आर्थिक रूप से प्रभावित हो रहे हैं। आगामी माह में तीसरी बार मूल्यांकन कार्य शुरू होने वाला है, लेकिन पिछले दो मूल्यांकन सत्रों का पारिश्रमिक अब तक लंबित है।
परीक्षकों ने कहा कि अन्य परीक्षाओं जैसे हाई स्कूल और इंटरमीडिएट के मूल्यांकन पारिश्रमिक में कई बार वृद्धि की गई है, किंतु डीएलएड जैसी महत्वपूर्ण परीक्षा में अब तक कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। महंगाई को देखते हुए यह आवश्यक है कि डीएलएड परीक्षकों को भी उचित पारिश्रमिक दिया जाए।
ज्ञापन में परीक्षकों ने निम्नलिखित मांगें रखीं: 1. डीएलएड पाठ्यक्रम के उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का पारिश्रमिक बढ़ाकर बीएड के समान ₹20 प्रति उत्तर पुस्तिका किया जाए। 2. पिछली दो परीक्षाओं के मूल्यांकन का लंबित पारिश्रमिक तत्काल प्रदान किया जाए।
ज्ञापन सौंपने के दौरान परीक्षकों ने इस मुद्दे पर जल्द से जल्द उचित कार्रवाई की मांग की और आशा व्यक्त की कि शिक्षा विभाग इस विषय पर शीघ्र निर्णय लेकर समाधान सुनिश्चित करेगा। इस मौके प्राचार्य आशीष त्रिपाठी प्राचार्य अखिलेश वर्मा प्राचार्य रामशंकर प्रवक्ता चंद्रशेखर प्रजापति, प्रवक्ता दीपक विश्वकर्मा, प्रवक्ता सुशील कुमार यादव, आदि तमाम प्राचार्य व प्रवक्तागढ़ मौजूद रहे।