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सीतापुर

कुष्ठ रोगी छात्रों के अभिभावकों को भिक्षावृत्ति से  सम्मानजनक जीविकोपार्जन के लिए शिक्षा जरूरी: डॉ प्रनीता सिंह

सीतापुर। आचार्य नरेंद्रदेव टीचर ट्रेनिंग कॉलेज के 50 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज महाविद्यालय के शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं अन्य कर्मचारियों द्वारा जनपद सीतापुर के विकासखंड खैराबाद के ग्राम अर्जुनपुर में कुष्ठाश्रम का परिदर्शन किया गया. शिक्षा संबंधी विभिन्न लक्ष्यों में से एक सामाजिक अंतरक्रिया को बढ़ाने के उद्देश्य से महाविद्यालय परिवार ने आज समेकित शिक्षा की व्यवहारिक सार्थकता सिद्ध करते हुए कुष्ठ आश्रम में परिदर्शनी का आयोजन किया.
 इस मौके पर विद्यार्थियों ने कुष्ठाश्रम के निवासियों की समस्याओं को प्रश्नावली के माध्यम से जानने का प्रयास किया. साथ ही साथ उनकी समस्याओं का निराकरण करने हेतु कार्ययोजना के विषय में भी विचार-विमर्श कियाआश्रम के छात्र छात्राओं ने गीत व संभाषण प्रस्तुत किए. इसके उपरांत महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो0 एस.पी. सिंह ने कुष्ठाश्रम के अन्तःवासियों को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के दीप से दीप जले कार्यक्रम की जानकारी दी.
प्राचार्य जी ने उन्हें आश्वासन दिया कि महाविद्यालय के विद्यार्थी प्रति सप्ताह आश्रम के बच्चों को पढ़ाने के लिए आएंगे. प्रो0 प्रनीता सिंह ने कहा कि सभी बच्चों में जन्मजात प्रतिभाएं होती हैं. यदि उन्हें समुचित शैक्षिक वातावरण प्रदान किया जाए तो उनका सर्वांगीण विकास होता है. शारीरिक अक्षमता से ग्रस्त बच्चे भी रोजगार से जुड़ सकते हैं बशर्ते उन्हें अच्छी शिक्षा दी जाए. लोगों को सामाजिक रूप से पृथक कर दिए जाने वाले रोगों से ग्रस्त परिवारों और उनके बच्चों को भिक्षावृत्ति से अलग करके सम्मानजनक जीविकोपार्जन के प्रशिक्षित किया जाना चाहिए.
 इस अवसर पर प्रो0 सुनील कुमार तथा प्रो0 दीपा अवस्थी डा0 नितिन पांडेय, डा0 इमरान और महाविद्यालय के कर्मचारी धर्मवीर यादव समेत महाविद्यालय में बी.एड. व एम.एड. पाठ्यक्रमों के छात्राध्यापकगण मौजूद रहे.

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