Surya Satta
सीतापुर

आईएमए की वर्कशॉप में चिकित्सकों ने संचारी रोगों के प्रसार पर बढ़ाई चिंता

 

सीतापुर : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) उत्तर प्रदेश की वर्किंग कमेटी की तीसरी त्रैमासिक वर्कशॉप का आयोजन शहर के एक निजी गेस्ट हाउस में किया गया। दो दिवसीय इस कार्यशाला में आईएमए की विभिन्न शाखाओं के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में हुए नए आविष्कारों एवं उपचार विधाओं पर विस्तार से चर्चा की। इस दौरान संचारी रोगों फाइलेरिया, मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया के अलावा टीबी आदि बीमारियों के प्रसार पर चिंता जताते हुए चिकित्सकों ने इसके निदान और रोकथाम पर मंथन किया। कार्यशाला में प्रदेश के विभिन्न जनपदों के दो सौ से अधिक चिकित्सकों ने प्रतिभाग किया।

 

वर्कशॉप में आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शरद कुमार अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार श्रीवास्तव ने एसोसिएशन के आओं गांव चले कार्यक्रम पर चर्चा करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा बताई। लखनऊ के अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. हरीश कुमार मक्कड़, लखनऊ के मनोचिकित्सक डॉ. प्रशान्त शुक्ला, चरक हॉस्पिटल लखनऊ की न्यूक्लियर मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. सुमन सोनम वरुण-अर्जुन मेडिकल कॉलेज शाहजहांपुर के श्वसन तंत्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. अंशुमाली श्रीवास्तव ने चिकित्सा विज्ञान में हो रहीं नई खोजों एवं उपचार की तकनीकों पर चर्चा की। प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार श्रीवास्तव ने चिकित्सा क्षेत्र में आ रही परेशानियों एवं समस्याओं विशेष कर स्पष्ट दिशा निर्देश न होने के कारण स्वास्थ्य विभाग में होने वाले वार्षिक पंजीकरण में रही समस्याओं पर चर्चा करते हुए इस पंजीकरण की वैद्यता एक वर्ष से बढ़ाकर पांच वर्ष करने की मांग सरकार से की, जिसका सभी चिकित्सकों ने समर्थन किया।

 

इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ आईएमए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार श्रीवास्तव द्वारा दीप प्रज्वलन कर मां सरस्वती के पूजन से हुआ। समारोह का समापन राष्ट्र गान के साथ हुआ। इस मौके पर आईएमए के प्रदेश सचिव डॉ. वीबी जिन्दल, आईएमए नेशनल हेड क्वार्टर के पदाधिकारी डॉ. आनन्द प्रकाश, सीएमओ सीतापुर डॉ. हरपाल सिंह, लखीमपुर खीरी के डिप्टी सीएमओ डॉ. प्रमोद वर्मा, आयोजन समिति के संरक्षक एवं वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. राज किशोर टंडन, आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. आरके श्रीवास्तव, सचिव डॉ. विनोद त्रिपाठी, सीतापुर आईएमए के अध्यक्ष डॉ. पी के धवन, सचिव डॉ. सुनील वैश्य, डॉ. आनंद जायसवाल, डॉ. शैफाली गोयल, डॉ. शालू कपूर, डॉ. शिखा गुप्ता, डॉ. चित्रा वैश्य, डॉ. नीरा अग्रवाल सहित अन्य कई चिकित्सक व पदाधिकारी शामिल रहे।

 

डॉ. आरके टंडन के नाम एक और उपलब्धि

 

आईएमए की इस वर्किंग कमेटी की कार्यशाला की आयोजन समिति के सचिव डॉ. विनोद कुमार त्रिपाठी ने कार्यशाला के दौरान बताया कि सीतापुर जिले के नाम दशकों बाद चिकित्सा जगत में एक नई उपलब्धि दर्ज हुई है। उन्होंने बताया कि जिले की वरिष्ठ चिकित्सक एवं विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि डॉ. राज किशोर टंडन का नाम जिला प्रशासन द्वारा पिछले वर्ष पद्मश्री की उपाधि के लिए भेजा गया था। उन्हाेंने यह भी कहा कि पद्मश्री की उपाधि के लिए जिला प्रशासन द्वारा डॉ. राज किशोर टंडन का नाम भारत सरकार को भेजा जाना ही हम सभी चिकित्कों के लिए गर्व का विषय है। सनद रहे कि सीतापुर जिले में अब तक एकमात्र चिकित्सक को इस तरह का सम्मान मिला है। सीतापुर आंख अस्पताल के संस्थापक डॉ. एमपी मेहरे को पद्म विभूषण अवार्ड मिल चुका है।

 

इन चिकित्सकों को किया गया सम्मानित

 

वर्किंग कमेटी की कार्यशाला के दौरान आईएमए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार श्रीवास्तव द्वारा जिले के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. जीएन सहगल, डॉ. केके जैन, डॉ. जेसी गुप्ता एवं डॉ. कमल बैजल को चिकित्सा क्षेत्र में उनके द्वारा दिए गए अप्रतिम योगदान एवं विशिष्ट सेवाओं के लिए प्रशस्ति पत्र, अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित भी किया गया।

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