Surya Satta
अयोध्याउत्तर प्रदेश

नगरीय विकास का मॉडल होगी धर्मनगरी अयोध्या: मुख्यमंत्री योगी

 

अयोध्या में 24×7 पेयजल की होगी उपलब्धता, वेस्ट मैनेजमेंट की कार्ययोजना पर तेजी से हो काम

अयोध्या पहुंचे मुख्यमंत्री योगी ने शासन स्तर के अधिकारियों के साथ की विकास कार्यों की समीक्षा

अयोध्या में आने वाले हर श्रद्धालु/पर्यटक को होगा विशिष्ट संतुष्टि का अनुभव: मुख्यमंत्री

अयोध्या : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिनी दौरे पर बुधवार को अयोध्या पहुंचे. अयोध्या आगमन पर मुख्यमंत्री ने हनुमानगढ़ी पहुंच कर दर्शन-पूजन किया और फिर निर्माणाधीन श्रीरामजन्मभूमि मंदिर निर्माण कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया. अयोध्या के इस विशेष दौरे के अवसर पर मुख्यमंत्री ने शासन स्तर के करीब दर्जन भर विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव गणों के साथ अयोध्या में संचालित विकास परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और अयोध्या के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व का उल्लेख करते हुए अयोध्या को ‘नगरीय विकास के मॉडल शहर’ के रूप में विकसित करने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप धर्मनगरी अयोध्या का समग्र विकास सरकार की शीर्ष प्राथमिकता में है। देश-दुनिया के लोग ‘दिव्य, भव्य, नव्य अयोध्या’ के दर्शन को आतुर हैं. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि अयोध्या आने वाला हर श्रद्धालु/पर्यटक यहां से लौटते हुए एक विशिष्ट शांति, संतोष और आनंद का भाव लेकर जाए. उन्होंने पुलिस से आम नागरिकों और पर्यटकों व श्रद्धालुओं के साथ संवेदनशील व्यवहार करने पर जोर दिया, साथ ही कानून-व्यवस्था सुदृढ़ रखने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश भी दिए?

 

समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में व्यापक जनहित की है हजारों-करोड़ों की परियोजनाएं प्रक्रियाधीन हैं. हर एक परियोजना महत्वपूर्ण है. यह आवश्यक है कि विभागों के बीच परस्पर समन्वय हो. सभी विभाग अलग-अलग प्रोजेक्ट बनाने के स्थान पर एक समन्वित कार्ययोजना बनाकर कार्य करें. अंतर्विभागीय समन्वय के साथ समयबद्ध ढंग से सभी कार्यों को गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए. उन्होंने कहा कि अयोध्या में 24×7 पेयजल उपलब्ध कराये जाने के लिए वाटर एक्शन प्लान तथा वाटर बैलेन्स प्लान तैयार कराया जाए. साथ ही, सीवर नेटवर्क को भूमिगत किए जाने तथा अयोध्या को सोलर सिटी के रूप में विकसित किए जाने का कार्य समयबद्ध रूप से पूर्ण किया जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या धर्मनगरी हैं ऐसे में जनभावनाओं का सम्मान करते हुए यहां मास-मदिरा उपयोग का निषेध होना चाहिए.

 

योजनाओं की प्रगति से अवगत हुए मुख्यमंत्री

 

मुख्यमंत्री को बताया गया कि रामपथ (सहादतगंज से नयाघाट) तक निर्माणाधीन है। उक्त परियोजनाओं का 30 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। 31 दिसंबर तक कार्य पूरा हो जाएगा. इसमें यूटिलिटी डक्ट, सीवर लाइन, स्टाॅर्म वाटर डेन एवं वाटर पाइप लाइन का कार्य प्रगति पर है.

श्री राम जन्मभूमि पथ सुग्रीव किला से श्रीराम जन्मभूमि मंदिर तक जायेगा। मार्ग पर दो लेन बिटुमिन्स एवं 15 मीटर चौड़ाई में पैदल पथ का निर्माण होना है. तथा मार्ग पर विद्युत तारों को भूमिगत करने हेतु यूटिलिटी डक्ट, स्टार्म वाटर डेन, फुटपाथ, स्टोन बेंच का निर्माण कराया जायेगा। 91 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है. भक्ति पथ अयोध्या कैंट से अयोध्या मुख्य मार्ग (रामपथ) से हनुमानगढ़ी होते हुये श्रीराम जन्मभूमि मंदिर तक मार्ग के चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का कार्य जिसमें मार्ग के विद्युत तारों को भूमिगत करने हेतु यूटिलिटी डक्ट, फुटपाथ, स्टोन बेंच, सुन्दर स्ट्रीट लाइट का 44 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है. इसे 31 जुलाई तक पूर्ण करने के निर्देश दिये गये हैं.

 

प्राथमिकता से कार्य पूर्ण करने के निर्देश

 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभागवार समीक्षा की। उन्होंने कहा कि गयी, प्राथमिकता तय करते हुये सभी कार्यों को गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाय. अपर मुख्य सचिव ऊर्जा, प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग, प्रमुख सचिव पर्यटन आदि द्वारा विभिन्न बिन्दुओं की जानकारी दी गयी. मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या विजन के तहत चल रही परियोजनाओं का कार्य यथाशीघ्र पूरा किया जाय. परियोजनाओं में लोक निर्माण विभाग, रेलवे, ऊर्जा, परिवहन, चिकित्सा, शिक्षा, नगर विकास, पर्यटन, सिंचाई, सेतु निगम आदि विभागों की प्रमुख योजनाएं हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या को विश्वस्तरीय पर्यटन नगरी बनाए जाने तथा इसके धार्मिक एवं सांस्कृतिक के अनुरूप कार्य करें.

 

जल्द बदलेगा अयोध्या का स्वरूप

 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या का स्वरूप जल्द ही बदलेगा. अयोध्या धाम के नाम के अनुकूल भव्यता एवं आकर्षण को बढ़ाने के लिए आवश्यक कार्यवाही करें। अयोध्या धाम विश्वस्तरीय नगरी में शुमार होगा. अयोध्या सनातन धर्म का केंद्र बिंदु होगा. अयोध्या में पर्यटन, संस्कृति एवं धार्मिक रूप से सुनियोजित विकास का कार्य तेजगति से चल रहा है. सीएम ने चल रहे विकास कार्यों को और तेजी से चलाकर पूरा करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने शासन के उच्चाधिकारियों को निर्देश दिया कि समय-समय पर अयोध्या आकर करे भौतिक स्थलीय सत्यापन करें.

 

मुख्यमंत्री के समक्ष रखा गया प्रेजेंटेशन

 

समीक्षा बैठक में प्रेजेंटेशन के दौरान बताया गया कि एनएच 27 बाईपास से निकलकर मोहबरा बाजार होते हुए टेढ़ी बाजार श्री राम जन्मभूमि तक फोरलेन का 30 प्रतिशत तक कार्य पूर्ण कर लिया गया है. अयोध्या सुल्तानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 330 से पुरुषोत्तम भगवान श्री राम अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट तक फोरलेन का निर्माण कार्य 95 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है.

 

अयोध्या सहित अन्य सभी मार्गों के अयोध्या अकबरपुर-बसखारी मार्ग पर प्रस्तावित मया बाजार फोरलेन बाईपास, सोहावल से नवाबगंज होते हुए विक्रमजोत तक बाईपास/रिंगरोड, 84 कोसी परिक्रमा मार्ग का सुधार एवं विकास, एनएच 227 बी, पंचकोसी परिक्रमा मार्ग का विकास, स्मार्ट रोड धर्म पथ, परिक्रमा मार्ग का विकास, जनपद अयोध्या गुप्तार घाट तक तटबंध के निर्माण हरिश्चंद्र उदय रेस्टोरेशन 98 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है. मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के निर्माण में रनवे का 84 प्रतिशत से अधिक हो चुका. भवन निर्माण के कार्य को तेजी से करने के निर्देश दिये गये. अयोध्या रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म क्षेत्र का विकास, एस्केलेटर एवं लिफ्ट आदि का कार्य शत-प्रतिशत पूर्ण हो चुका है.

 

रामघाट पंचकोसी परिक्रमा मार्ग पर बड़ी बुआ रेलवे क्रॉसिंग संख्या 112 पर 2 लेन रेल ऊपरिगामी सेतु का निर्माण 65 प्रतिशत से अधिक पूर्ण कर लिया गया है. इसके अलावा वाराणसी लखनऊ रेल सेक्शन दर्शन नगर के पास फोरलेन रेल ऊपरीगामी क्षेत्र का, 14 कोसी परिक्रमा मार्ग पर सूर्य कुंड स्थित रेलवे समपार संख्या 105 पर 2 लेन उपरिगामी सेतु का कार्य, फतेहगंज समपार संख्या 118 ए पर 2 लेन ऊपरीगामी सेतु, टेढ़ी बाजार चैराहा पूर्वी वाहन पार्किंग एवं दुकानों, निर्माण कार्य, कौसलेस कुंज में वाहन पार्किंग एवं दुकानों का निर्माण कार्य, कुंडों, घाटों सहित अन्य परियोजनाओं के निर्माण कार्य की समीक्षा की गई.

 

बैठक में सांसद श्री लल्लू सिंह, महापौर गिरीश पति त्रिपाठी, जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह, विधायकगण रामचन्द्र यादव, वेदप्रकाश गुप्ता, डॉ. अमित सिंह चौहान आदि उपस्थित रहे.

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