संदना थाना इलाके मे दबंगो का बुजुर्ग दलित पर टूटा कहर
चंद्रभान सिंह
सीतापुर। अपराधो के लिए बहुचर्चित संदना थाने की पुलिस एक बार फिर चर्चा मे है ,दबंगो के साथ गलबहिया करने वाले इलाके के इंस्पेक्टर के रहते दबंगो का कहर एक दलित बुजुर्ग पर टूटा है जिसके रहते दलित को गभीर हालत मे गोंदलामऊ सीएचसी से जिला चिकत्सालय के लिए रेफर किया गया है ,जहा उसकी हालत लगातार चिंताजनक बनी हुई है.
जानकारी के मुताबिक उक्त थाना इलाके के गांव डेंगरा निवासी ईश्वरी पुत्र रेवती गाँव के ही एक घर में साफ सफाई और देख रेख का काम बरसो से कर रहा है रोज की तरह वो आज भी जब अपनी ड्यूटी पर पहुचा तो पहले से रंजिश रख रहे गाँव निवासी आस मोहम्मद पुत्र रमजान, चतुरानन उर्फ़ दायराम दास, अनूप कुमार मिश्र पुत्र छोटकन्नू, तकदीर उर्फ़ जितेंद्र मिश्र पुत्र राज किशोर मिश्र और प्यारेलाल मौर्य ने घात लगाकर दलित ईश्वरी पर जानलेवा हमला किया.
दबंग बेखौफ़ घूम रहे ,पीड़ित का पुत्र हवालात में
घर को अंदर से बंद कर लिया लाठी डंडो से हुए इस हमले मे ईश्वरी की हालत जब गभीर हो गई तब उसको बाहर फेंक दिया. जिसके बाद वो अपनी पत्नी और बेटे के साथ थाने पर मुकदमा दर्ज कराने पहुचा. जहा ईश्वरी की हालत गंभीर होने पर उसे सीएचसी गोंदलामऊ भेजा गया. इसी बीच पुलिस से मिले उक्त दबंग भी थाने पहुचे और पुलिस ने ईश्वरी के लड़के राकेश को उठाकर लाक अप मे बंद कर दिया जबकि ईश्वरी को सी एच सी से जिला चिकत्सालय के लिए रेफर कर दिया गया है जहा उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है. कई जगहों से दलित के शरीर मे फैक्चर हुआ है ,और सीने मे भी काफी चोट है ,उधर दबंग पुलिस के संरक्षण मे बेखौफ़ घूम रहे है.

गौरतलब है अपनी तैनाती के समय से ही इंस्पेक्टर फतेह बहादुर भ्रस्टाचार को लेकर बहुचर्चित रहे है ,लेकिन इस बार एक दलित के साथ हुए मामले पुलिस की दबंगो के साथ संलिप्तता ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिये है. ये सब तब हो रहा है जब बीजेपी एक दलित आदिवासी को राष्ट्रपति बनाने जा रही है ,इलाके के सांसद और विधायक भी दोनो उसी जाति से आते है जबकि राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य भी इसी इलाके से आती है. इसके बावजूद ये घटना पूरी व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े करती है. इस बारे में थानाध्यक्ष फतेह बहादुर से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया की जांच चल रही है अभी मुकदमा पंजीकृत नहीं हुआ है.