छत्तीसगढी भाषा हृदय की भाषा : डाक्टर तिवारी
छत्तीसगढ़ : प्रेरणा हिन्दी प्रचारिणी सभा छत्तीसगढ के प्रान्तीय संयोजक, शिक्षाविद, साहित्यकार व कथावाचक डाक्टर सत्यनारायण तिवारी हिमान्शु महाराज ने छत्तीसगढ राजभाषा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए छत्तीसगढी भाषा को हृदय की भाषा बतलाते हुए इसका अधिकाधिक प्रयोग करने का आग्रह किया. उन्होंने सभी साहित्यकारो, शिक्षको एवम विद्यार्थियो से छत्तीसगढी बोलकर व लिखकर इस मातृभाषा को सम्मानित करते रहने का आह्वान किया.
कवि कृष्णकुमार तिवारी ने छत्तीसगढी भाषा की सहजता,सरलता व गंभीरता पर प्रकाश डालते हुए करीब तीन सौ रचनाओ के द्वारा इस भाषा की सेवा करने की जानकारी दी. सतीश पटेल ने छत्तीसगढी को जन-जन की भाषा कहा. व्याख्याता दुर्गाप्रमोद तिवारी ने छत्तीसगढी भाषा और संस्कृति की उत्कृष्टता की झलक इनके लोकगीतो,लोककथाओ ,लोकनृत्यो एवम लोक परम्पराओ मे दिखाई देने की बाते कही.
कार्यक्रम को शैक्षिक समन्वयक केशव चौहान, शिक्षकगण कृष्णकान्त द्विवेदी,प्रदुम्नराम पटेल, संतोष गहरे सावित्रीसाहू ,जयन्ती राजपूत, कमलेश साहू,अनुसुईया राजपूत व नेहा गुप्ता ने भी संबोधित किया. कवि संगम त्रिपाठी ने बताया कि डॉ सत्य नारायण तिवारी जी भगवत मर्मज्ञ है व हिंदी के प्रचार-प्रसार के साथ ही लोक भाषा छत्तीसगढ़ी भाषा को समृद्ध बनाने का काम कर रहे हैं.