Surya Satta
सीतापुर

सड़ी और कीड़े लगी दाल बंटने के मामले में लीपापोती में लगी सीडीपीओ बिसवां  

मोहित जयसवाल 
सीतापुर। बिसवां सीतापुर महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से ग्राम क्योटी बादुल्ला में आंगनबाड़ी द्वारा सड़ी कीड़े लगी दाल बांटने का मामला प्रकाश में आया है. बच्चों,गर्भवती और धात्री महिलाओं के लिए बांटने वाली दाल के पैकिट पर 30 मार्च 2022 की तारीख पड़ी हुई थी. जब कि यह दाल जुलाई माह में बांटी गई. गांव की महिलाओं नाजरीन पत्नी सिराज,शमीम बानो पत्नी जलालुद्दीन, मंतशा पत्नी फरमान, कैहकशा पत्नी सद्दाम, रोजबीन पत्नी अशफाक, शाइस्ता पत्नी सफी अहमद, आफरीन पत्नी नबी अहमद,अफसाना पत्नी रकीब, सायरा पत्नी रहीमुद्दीन,शमीम बानो पत्नी ताजुद्दीन,आदि ने बताया कि दाल में कीड़े पड़े है. इसको खाने से तो हम लोग बीमार पड़ जायेंगे.
 आंगनबाड़ी में कीड़े लगी दाल के रूप में पोषाहार बांटने से तो पोषण की जगह बीमारी फैलने का खतरा हो सकता है. वहीं मामला मीडिया में आने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता,सुपरवाइजर, सीडीपीओ में हड़कंप मच गया.
फिर क्या था जांच कर कार्यवाही करने के बजाए पूरा स्टाप मामले की लीपापोती में लग गया. वहीं एक महिला अलक्मा को पोषाहार इस लिए नही दिया कि वो थोड़ा लेट पहुँची थी वो अपने बच्चे की दवाई बिसवां लेने आयी थी.
अक्सर ही पोषाहार समय से न बाटने किसी किसी माह में तो पोषाहार न बांटने की भी शिकायत आती रहती है.
कहीं पुरानी रक्खी हुई कीड़े पड़ी दाल को तो आंगनबाड़ीयों द्वारा भोली भाली महिलाओं को बांटा गया यह भी सवाल उठ रहे है. खैर यह तो जांच का विषय है.
 लेकिन मामला सुर्खियो में आने के बाद आंगनबाड़ीयों द्वारा बांटी गई दाल को लाभार्थियाें से उनके घरों पर वापस मांगने पहुँच गयी. परंतु आंगनबाड़ियों को लाभर्थियों की नाराजगी का सामना उठाना पड़ा. लाभर्थियों ने इसकी जांच उच्च अधिकारी से करा कर दोषियों पर कार्यवाही की मांग की है.
 सवाल इस बात का उठता है कि आखिर किसके संरक्षण में यह खेल चल रहा है जो लोगों की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है. इस सम्बंध में जब सीडीपीओ सबीना फातमा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इसकी जांच कर उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा.

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