आयुष्मान कार्ड ने स्वामीनाथ की जिंदगी में भरीं भरी खुशियां
श्रावस्ती। आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत बनने वाले आयुष्मान कार्ड गरीब और जरूरतमंद बच्चों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं। इस कार्ड के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग गंभीर रूप से बीमार लोगों का मुफ्त इलाज कर उन्हें नया जीवन देने का काम कर रहा है। कुछ ऐसी ही कहानी है 67 वर्षीय स्वामी नाथ की.
बलरामपुर जिले के रहने वाले स्वामी नाथ को रीढ़ की हड्डी में काफी समस्या थी. जिस कारण उनके दोनों पैर नहीं उठते थे, जिससे उनका उठना-बैठना और चलना-फिरना मुश्किल हो गया था. उन्होंने कई निजी चिकित्सकों को दिखाया. चिकित्सकों ने उन्हें जल्द ही ऑपरेशन कराने की सलाह दी और इसमें अनुमानित 90,000 रुपए का खर्च भी बताया. एक गरीब परिवार के लिए इस धनराधि की व्यवस्था करना बेहद कठिन काम था. ऐसे में स्वामी नाथ के परिवारीजन ने स्वास्थ्य विभाग से संपर्क किया, तो पता चला कि उनके आयुष्मान कार्ड के माध्यम से उनका नि: शुल्क ऑपरेशन हो जाएगा.
संकट की इस घड़ी में यह आयुष्मान कार्ड उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं था. इसी कार्ड के माध्यम से श्रावस्ती जिले के इकौना कस्बे के एक निजी अस्पताल में उनकी रीढ़ की हड्डी का नि:शुल्क सफल ऑपरेशन कराया गया. इस ऑपरेशन पर कुल 85,000 रुपए का खर्च आया और यह पूरा खर्च सरकार द्वारा वहन किया गया. अब स्वामी नाथ पूरी तरह से स्वस्थ हैं. वह बिना किसी सहारे के चल-फिर भी रहे हैं. स्वामी नाथ का कहना है कि केंद्र सरकार की यह योजना हम गरीब परिवारों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है.
इन बीमारियों में मिलता लाभ
सीएमओ डॉ. शारदा प्रसाद तिवारी ने बताया कि योजना के अंतर्गत कुल 1,450 बीमारियों को सम्मिलित किया गया है, जिसमें मातृ स्वास्थ्य और प्रसव या उच्च जोखिम प्रसव की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, कैंसर, टीवी, कीमोथेरपी, रेडिएशन थेरेपी, हार्ट बाईपास सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, आंखों की सर्जरी, दिल की बीमारी, किडनी, लीवर, कोरोनरी बायपास, घुटना प्रत्यारोपण, स्टंट डालना, आंख, नाक, कान और गले से संबंधित बीमारियां, डायरिया, मलेरिया आदि भर्ती की स्थिति में निःशुल्क उपचार की सुविधा प्रदेश के विभिन्न आयुष्मान सूचीबद्ध चिकित्सालयों में उपलब्ध है. उन्होंने सभी पात्र लाभार्थियों से अपील भी की है कि वह अपना आयुष्मान कार्ड बनवा लें, जिससे कि भविष्य में आवश्यकता पड़ने में इस योजना का लाभ उठाया जा सके.