आयुष्मान कार्ड ने माया देवी की जिंदगी में भरीं भरी खुशियां
श्रावस्ती : आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत बनने वाले आयुष्मान कार्ड गरीब और जरूरतमंद बच्चों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं. इस कार्ड के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग गंभीर रूप से बीमार लोगों का मुफ्त इलाज कर उन्हें नया जीवन देने का काम कर रहा है। कुछ ऐसी ही कहानी है 56 वर्षीय माया देवी की.
इकौना देहात की रहने वाली माया देवी पत्नी जगदीश प्रसाद एक दिन अपने घर के बाहर गिर गई, जिससे उनके कूल्हे की हड्डी टूट गई। इसके बाद उनका उठना-बैठना और चलना-फिरना मुश्किल हो गया था. उन्होंने कई निजी चिकित्सकों को दिखाया. चिकित्सकों ने उन्हें जल्द ही ऑपरेशन कराने की सलाह दी और इसमें 80,000 रुपए से अधिक का खर्च बताया। एक गरीब परिवार के लिए इस धनराधि की व्यवस्था करना बेहद कठिन काम था.
ऐसे में माया देवी के परिवारीजन ने स्वास्थ्य विभाग से संपर्क किया तो पता चला कि माया देवी मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के लिए पात्र हैं. इसके बाद उनका नि:शुल्क आयुष्मान कार्ड बना. फिर इसी कार्ड से इकौना कस्बे के निजी अस्पताल में उनके कूल्हे का नि:शुल्क ऑपरेशन हो गया. इस ऑपरेशन पर कुल 75,000 रुपए का खर्च आया और यह पूरा खर्च सरकार द्वारा वहन किया गया। अब माया देवी पूरी तरह से स्वस्थ हैं. वह कहती हैं कि ऑपरेशन के बाद अब मैं बिना किसी सहारे के चल-फिर सकती हूं. उनका कहना है कि केंद्र सरकार की यह योजना हम गरीब परिवारों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है.
इन बीमारियों में मिलता लाभ
सीएमओ डॉ. शारदा प्रसाद तिवारी ने बताया कि योजना के अंतर्गत कुल 1,450 बीमारियों को सम्मिलित किया गया है, जिसमें मातृ स्वास्थ्य और प्रसव या उच्च जोखिम प्रसव की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, कैंसर, टीवी, कीमोथेरपी, रेडिएशन थेरेपी, हार्ट बाईपास सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, आंखों की सर्जरी, दिल की बीमारी, किडनी, लीवर, कोरोनरी बायपास, घुटना प्रत्यारोपण, स्टंट डालना, आंख, नाक, कान और गले से संबंधित बीमारियां, डायरिया, मलेरिया आदि भर्ती की स्थिति में निःशुल्क उपचार की सुविधा प्रदेश के विभिन्न आयुष्मान सूचीबद्ध चिकित्सालयों में उपलब्ध है.
कहां और कैसे बनेगा आयुष्मान कार्ड
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ. उदय नाथ ने सभी पात्र लाभार्थियों से अपील की है कि वह अपना आयुष्मान कार्ड बनवा लें, जिससे कि भविष्य में आवश्यकता पड़ने में इस योजना से लाभान्वित हो सकेंउन्होंने बताया कि कोई भी लाभार्थी अपना आधार कार्ड, राशन कार्ड, श्रमिक बोर्ड से पंजीकृत पहचान पत्र, प्रधानमंत्री या फिर मुख्यमंत्री की चिट्ठी इत्यादि ले जाकर किसी भी जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल, सीएचसी, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, जन सेवा केंद्र पर जाकर निःशुल्क आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं.
यह है जिले की तस्वीर
डीजीएम मानवेन्द्र तिवारी ने बताया कि जिले में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के अंतर्गत 99,310 लाभार्थी परिवार हैं, जिसमें 4,32,351 लाभार्थी व्यक्ति हैं, जिनमें से 1,28,605 आयुष्मान कार्ड बन गए हैं एवं 53.52 प्रतिशत (53155) लाभार्थी परिवार के कम से कम एक सदस्य का आयुष्मान कार्ड बनाया जा चुका है. जिले के 6,642 लोगों ने आयुष्मान कार्ड का लाभ लिया है. जिनमें से 3,846 लोगों ने जिले के सरकारी अस्पतालों और 2,796 लोगों ने निजी अस्पतालों में लाभ लिया है. उन्होंने बताया कि जिले में संयुक्त जिला चिकित्सालय सहित सभी सीएचसी और इकौना के सेवा हॉस्पिटल और मल्हीपुर के आरके हॉस्पिटल सहित सूबे के तमाम बड़े और निजी अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड से मुफ्त इलाज होता है.