Surya Satta
श्रावस्तीस्वास्थ्य

कमजोर वर्ग के परिवारों के लिए वरदान बने आयुष्मान कार्ड

श्रावस्ती। 

केस न. 1 

शहर के मोहल्ला शिवाजीपुरम निवासी राधिका देवी को जब पता चला कि वह ब्रेन ट्यूमर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं, तो परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा. चिकित्सकों ने उन्हें जल्द ही ऑपरेशन कराने की सलाह दी और इसमें अनुमानित डेढ़  लाख का खर्च भी बताया. इस मुश्किल दौर में आयुष्मान कार्ड उनका सहारा बना. सीएचसी भिनगा से नि:शुल्क बने इस कार्ड के माध्यम से उनका लखनऊ के  एरा मेडिकल कॉलेज में नि:शुल्क ट्यूमर का सफल ऑपरेशन कराया गया.

केस- 2-

इकौना देहात की रहने वाली माया देवी के कूल्हे का आंपरेशन होना था, चिकित्सकों ने इस ऑपरेशन पर करीब 75,000 रुपए का खर्च बताया. एक गरीब परिवार के लिए इस धनराधि की व्यवस्था करना बेहद कठिन काम था. ऐसे में माया देवी के परिवारीजन ने स्वास्थ्य विभाग से संपर्क किया, तो पता चला कि माया देवी का नाम मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान योजना में चयनित है. इसके बाद उनका नि:शुल्क आयुष्मान कार्ड बना. संकट की इस घड़ी में यह आयुष्मान कार्ड उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं था. इसी कार्ड के माध्यम से उनका एक निजी चिकित्सक द्वारा कूल्हे का नि:शुल्क सफल ऑपरेशन कराया गया.
 यह दो उदाहरण तो बानगी  मात्र हैं, जिले के सैकड़ों गरीब परिवारों के लिए यह आयुष्मान कार्ड वरदान साबित हो रहें हैं. आयुष्मान कार्ड के माध्यम से लोग नि:शुल्क उपचार कराकर पूरी तरह से संतुष्ट हैं। सरकार की ‘आयुष्मान भारत’ योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के परिवारों के सदस्यों के मुफ्त उपचार के लिए यह आयुष्मान कार्ड नि:शुल्क बनाये  जाते हैं. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एपी भार्गव ने बताया कि जिले में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत आयुष्मान कार्ड से वंचित लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए चार मई से विशेष आयुष्मान पखवारा शुरू किया गया है.
 इस दौरान 18 मई तक आयुष्मान कार्ड से वंचित लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड नि:शुल्क बनाने का काम किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि योजना के तहत प्रति लाभार्थी परिवार पांच लाख रुपये तक के निःशुल्क इलाज का लाभ ले सकते हैं. यह कार्ड बनवाने के लिए लाभार्थी को प्रधानमंत्री का पत्र, आधार कार्ड एवं राशन कार्ड लेकर आना होगा.
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. उदयनाथ ने बताया कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत सभी अंत्योदय राशन कार्डधारक इस योजना में जोड़े गए हैं. लाभार्थी किसी भी जन सेवा केंद्र संचालक तथा आयुष्मान योजना से सूचीबद्ध चिकित्सालयों के आयुष्मान मित्रों के पास जाकर निःशुल्क आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं.
 आयुष्मान कार्ड के माध्यम से लाभार्थी को सभी सूचीबद्ध निजी अथवा राजकीय चिकित्सालयों में भर्ती होने की दशा में पांच लाख रुपये तक का निःशुल्क उपचार प्रति परिवार प्रति वर्ष प्रदान किया जाता है. योजना के अंतर्गत कुल 1,450 बीमारियों को सम्मिलित किया गया है, जिसमें डायरिया, मलेरिया आदि से लेकर कैंसर तक के निःशुल्क उपचार की सुविधा प्रदेश के विभिन्न आयुष्मान सूचीबद्ध चिकित्सालयों में उपलब्ध है.

यह है जिले की तस्वीर

डीजीएम मानवेन्द्र तिवारी ने बताया कि जिले में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के अंतर्गत 95,315 लाभार्थी परिवार हैं, जिसमें 3,71,985 लाभार्थी व्यक्ति हैं, जिनमें से 1,13,335 आयुष्मान कार्ड बन गए हैं। जिले के 5,916 लोगों ने आयुष्मान कार्ड का लाभ लिया है. जिनमें से 3,846 लोगों ने जिले के सरकारी अस्पतालों और 2,070 लोगों ने निजी अस्पतालों में लाभ लिया है. उन्होंने बताया कि जिले में संयुक्त जिला चिकित्सालय सहित सभी सीएचसी और इकौना के सेवा हॉस्पिटल सहित सूबे के तमाम बड़े और निजी अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड से मुफ्त इलाज होता है.

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