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सीतापुरस्वास्थ्य

जागरूकता और उपलब्धता से अंतरा की स्वीकार्यता बढ़ी

सीतापुर। वर्ष 2021 के सितंबर माह में कुल 3,210 महिलाओं ने परिवार नियोजन के अस्थायी साधन तिमाही गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा को अपनाया था, जबकि वर्ष 2022 के सितंबर माह में 4,258 महिलाओं ने अंतरा पर अपना भरोसा जताया है. यह आंकड़े गवाह हैं कि परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों को लेकर महिलाओं का भरोसा तिमाही गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा पर अधिक मजबूत हुआ है.

इसकी वजह बताते हुए सीएमओ डॉ. मधु गैरोला बताती है कि सुदूर ग्रामीण अंचलों में स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों और पीएचसी जैसे छोटे स्वास्थ्य केंद्रों पर परिवार नियोजन के साधनों की उपलब्धता के बाद परिवार नियोजन को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ी है. हर माह की 21 तारीख को जिला महिला चिकित्सालय, सीएचसी, पीएचसी और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर आयोजित होने वाले खुशहाल परिवार दिवस पर प्रशिक्षित एएनएम, सीएचओ, काउंसलर द्वारा लोगों को जागरूक किए जाने के बाद परिवार नियोजन के अस्थायी और अस्थायी साधनों की स्वीकार्यता भी बढ़ी है.

सीएमओ ने बताया कि परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों में अंतरा इंजेक्शन महिलाओं द्वारा बेहद पसंद किया जाता है. यह इंजेक्शन प्रति तीन माह के अंतर पर लगाया जाता है. इसे माहवारी आने के एक सप्ताह के अंदर और प्रसव होने के 6 सप्ताह बाद ही लगाया जाता है. गर्भवती को यह इंजेक्शन नहीं लगाया जाता है. परिवार नियोजन कार्यक्रम के प्रबंधक जावेद खान ने बताया कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में परिवार नियोजन सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. हर माह की 21 तारीख को सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया जाता है. इस मौके पर लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधनों में से उनके मन माफिक किसी एक को चुनने का विकल्प दिया जाता है.

 

कौन लगवा सकता है अंतरा

 

– नव विवाहिताओं से लेकर 45 वर्ष की महिलाएं (चाहे उन्हें बच्चे हों अथवा नहीं)
– जिन महिलाओं का हाल ही में गर्भपात हुआ हो।
– स्तनपान कराने वाली महिलाएं (प्रसव के छह सप्ताह बाद)
– एचआईवी से संक्रमित महिलाएं (चाहे इलाज करा रहीं हो अथवा नहीं)

कब लगवाएं अंतरा

– प्रसव के छह सप्ताह बाद
– माहवारी शुरू होने के सात दिन के अंदर
– गर्भपात होने के तुरंत बाद या सात दिन के अंदर

 

यह हैं अंतरा के लाभ

 

– तीन महीने में सिर्फ एक बार लेने की अवश्यकता होती है.
– जो महिलाएं गोली नहीं खा सकतीं.
– इसे बंद करने के पश्चात गर्भधारण में कोई समस्या नहीं होती.
– कुछ मामलों में माहवारी के ऐंठन को कम करता है.
– पहले से चल रही किसी भी दवा के साथ इसे लिया जा सकता है.
– गर्भाशय व अंडाशय के कैंसर से बचाता है.

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