आशा और संगिनी को भी मिलेगा आयुष्मान भारत योजना का लाभ
सीतापुर। स्वास्थ्य विभाग की बुनियाद कही जाने वालीं आशा कार्यकर्ता और आशा संगिनी को केंद्र सरकार ने तोहफा दिया है. इन सभी को आयुष्मान भारत योजना के तहत सालाना परिवार सहित पांच लाख रुपए तक के नि:शुल्क उपचार का लाभ दिया जाएगा. इसको लेकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-उत्तर प्रदेश की निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने सूबे के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र जारी किया है. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है.
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. राजशेखर ने बताया कि मिशन निदेशक ने इस संबंध में पत्र भेजकर दिशा निर्देश दिए हैं कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना व मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत आशा कार्यकर्ता, आशा संगिनी को परिवार सहित सालाना पांच लाख रुपये तक के निःशुल्क इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जानी है. इस संबंध में निर्धारित प्रारूप पर विवरण मांगा गया है. प्रदेश स्तर पर डेटा संकलन के बाद लाभार्थी परिवारों को मुख्य मंत्री जन आरोग्य अभियान से जोड़ने के संबंध में निर्धारित प्रक्रिया के बाद शासनादेश जारी किया जाएगा.
डिस्ट्रिक्ट कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर (डीसीपीएम) रिजवान मलिक ने बताया कि इस योजना से जिले की 3,707 आशा कार्यकर्ता और 145 आशा संगिनी सहित उनके परिवार को लाभ मिलेगा. आयुष्मान भारत योजना के तहत पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा प्रदान की जाती है. योजना के तहत मुफ्त उपचार की सुविधा लाभार्थी और उसके परिवारीजन को सभी सूचीबद्ध निजी अथवा राजकीय चिकित्सालयों में भर्ती होने की दशा में पांच लाख रुपये तक का निःशुल्क उपचार प्रति परिवार प्रति वर्ष प्रदान किया जाता है. उन्होंने बताया कि आशा और संगिनियों के संपूर्ण विवरण के साथ सूची तैयार कर शासन को भेजी जा रही है.
इन बीमारियों में मिलता है लाभ
योजना के अंतर्गत कुल 1,450 बीमारियों को सम्मिलित किया गया है, जिसमें मातृ स्वास्थ्य और सी-सेक्शन या उच्च जोखिम प्रसव की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, कैंसर, टीवी, कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी, हार्ट बाईपास सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, आंखों की सर्जरी, दिल की बीमारी, किडनी, लीवर, कोरोनरी बायपास, घुटना प्रत्यारोपण, स्टंट डालना, आंख, नाक, कान और गले से संबंधित बीमारियां, डायरिया, मलेरिया आदि बीमारियों के निःशुल्क उपचार की सुविधा प्रदेश के विभिन्न आयुष्मान सूचीबद्ध चिकित्सालयों में उपलब्ध है.
यह है जिले की तस्वीर
डीसीपीएम रिजवान मलिक ने बताया कि जिले में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के अंतर्गत 5,60,960 लाभार्थी परिवार हैं, जिसमें 25,05,911 लाभार्थी सदस्य हैं, जिनमें से 5,22,940 आयुष्मान कार्ड बन गए हैं. जिले के 22,452 लोगों ने आयुष्मान कार्ड के माध्यम से आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना व मुख्यमंत्री जनआरोग्य अभियान का लाभ लिया है. इनमें से 6,823 लोगों ने जिले के सरकारी अस्पतालों और 8,967 लोगों ने निजी अस्पतालों में लाभ लिया है.