परिवार नियोजन के लिए ‘अंतरा’ महिलाओं की पहली पसंद
श्रावस्ती। परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों में तिमाही गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा पर महिलाओं का भरोसा बेहद मजबूत हुआ है. बीते जुलाई माह में 21 तारीख को आयोजित खुशहाल परिवार दिवस के आंकड़े बताते हैं कि परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों में अंतरा के प्रति महिलाओं ने अपनी पूरी दिलचस्पी दिखाई है. पीपीआईयूसीडी (पोस्ट पार्टम इंट्रा यूटेराइन कंट्रासेप्टिव डिवाइस) दूसरी और आईयूसीडी (इंट्रा यूटेराइन कांट्रासेप्टिव डिवाइस) महिलाओं की तीसरी पसंद बनी है.
सीएमओ डॉ. शारदा प्रसाद तिवारी ने बताया कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में परिवार नियोजन सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। हर माह की 21 तारीख को सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया जाता है. इस मौके पर लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधनों में से उनके मन माफिक किसी एक को चुनने का विकल्प दिया जाता है. उन्होंने बताया कि मई माह में संयुक्त जिला चिकित्सालय और भिनगा, सिरसिया, मल्हीपुर, गिलौला, इकौना सीएचसी सहित हरिहरपुर रानी पीएचसी पर खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया गया.
परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ. उदयनाथ ने बताया कि इस मौके पर 28 महिलाओं ने परिवार नियोजन के लिए त्रैमासिक गर्भ निरोधक इंजेक्शन अंतरा अपनाया. परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों में अंतरा इंजेक्शन महिलाओं द्वारा बेहद पसंद किया जाता है. यह इंजेक्शन प्रति तीन माह के अंतर पर लगाया जाता है.
इसे माहवारी आने के एक सप्ताह के अंदर और प्रसव के छह सप्ताह बाद ही लगाया जाता है. गर्भवती को यह इंजेक्शन नहीं लगाया जाता है. इसके अलावा जुलाई माह के खुशहाल परिवार दिवस पर 27 महिलाओं ने पीपीआईयूसीडी (पोस्ट पार्टम इंट्रा यूटेराइन कंट्रासेप्टिव डिवाइस) की सेवाएं ली हैं. दो बच्चों के जन्म के बीच अंतर रखने के लिए पीपीआईयूसीडी महिलाओं के लिए काफी सुरक्षित मानी जाती है.
इसे प्रसव के 48 घंटे के अंदर लगाया जाता है. वहीं जरूरत होने पर इसको आसानी से निकलवाया जा सकता है. अनचाहे गर्भ से लंबे समय तक मुक्ति चाहने वाली महिलाएं इसे बेहद पसंद करती हैं. इसके साथ ही 19 महिलाओं ने आईयूसीडी (इंट्रा यूटेराइन कंट्रासेप्टिव डिवाइस) लगवाया है. दो बच्चों के जन्म के बीच अंतर रखने के लिए आईयूसीडी को माहवारी के बाद अथवा प्रसव के छह सप्ताह बाद लगाया जाता है.
वहीं जरूरत होने पर इसको आसानी से निकलवाया जा सकता है. अनचाहे गर्भ से लंबे समय तक मुक्ति चाहने वाली महिलाएं इसे बेहद पसंद करती हैं. इसके अलावा इस मौके पर अनचाहे गर्भ से बचने के लिए 215 महिलाओं को गर्भ निरोधक गोली छाया और 1160 महिलाओं को माला एन गोली और पुरुषों के मध्य 1700 कंडोम का भी वितरण किया गया.