Surya Satta
श्रावस्ती

परिवार नियोजन के लिए ‘अंतरा’ महिलाओं की पहली पसंद  

श्रावस्ती। परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों में तिमाही गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा महिलाओं की पहली पसंद बना हुआ है. बीते जून माह में 21 तारीख को आयोजित खुशहाल परिवार दिवस के आंकड़े बताते हैं कि परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों में अंतरा के प्रति महिलाओं ने अपनी दिलचस्पी दिखाई है. इसके अलावा आईयूसीडी (इंट्रा यूटेराइन कांट्रासेप्टिव डिवाइस) महिलाओं की दूसरी और पीपीआईयूसीडी (पोस्ट पार्टम इंट्रा यूटेराइन कंट्रासेप्टिव डिवाइस) तीसरी पसंद बनी है.
सीएमओ डॉ. शारदा प्रसाद तिवारी ने बताया कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में परिवार नियोजन सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. इसी क्रम में हर माह की 21 तारीख को स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य केन्द्रों पर खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया जाता है. इस मौके पर दंपति को परिवार नियोजन के साधनों की स्वीकार्यता बढ़ाने के बारे में जागरूक किया जाता है. इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि हर माह की 21 तारीख को सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया जाता है.
 इस मौके पर लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधनों में से उनके मन माफिक किसी एक को चुनने का विकल्प दिया जाता है. उन्होंने बताया कि मई माह में संयुक्त जिला चिकित्सालय और भिनगा, सिरसिया, मल्हीपुर, गिलौला, इकौना सीएचसी सहित हरिहरपुर रानी पीएचसी पर खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया गया.

जून माह के खुशहाल परिवार दिवस में 99 ने अपनाई सेवा

परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ. उदयनाथ ने बताया कि इस मौके पर 99 महिलाओं ने परिवार नियोजन के लिए त्रैमासिक गर्भ निरोधक इंजेक्शन अंतरा लगवाया. परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों में अंतरा इंजेक्शन महिलाओं द्वारा बेहद पसंद किया जाता है. यह इंजेक्शन प्रति तीन माह के अंतर पर लगाया जाता है. इसे माहवारी आने के एक सप्ताह के अंदर और प्रसव होने के 6 सप्ताह बाद ही लगाया जाता है. गर्भवती को यह इंजेक्शन नहीं लगाया जाता है. इसके अलावा 69 महिलाओं ने आईयूसीडी लगवाया है.
 उन्होंने बताया कि दो बच्चों के जन्म के बीच अंतर रखने के लिए आईयूसीडी (इंट्रा यूटेराइन कंट्रासेप्टिव डिवाइस) महिलाओं के लिए काफी सुरक्षित मानी जाती है. इसे माहवारी के बाद अथवा प्रसव के छह सप्ताह बाद लगाया जाता है. वहीं जरूरत होने पर इसको आसानी से निकलवाया जा सकता है. अनचाहे गर्भ से लंबे समय तक मुक्ति चाहने वाली महिलाएं इसे बेहद पसंद करती हैं. दो बच्चों के जन्म के बीच अंतर रखने के लिए पीपीआईयूसीडी (पोस्ट पार्टम इंट्रा यूटेराइन कंट्रासेप्टिव डिवाइस) महिलाओं के लिए काफी सुरक्षित मानी जाती है. इसे प्रसव के 48 घंटे के अंदर लगाया जाता है. वहीं जरूरत होने पर इसको आसानी से निकलवाया जा सकता है.
अनचाहे गर्भ से लंबे समय तक मुक्ति चाहने वाली महिलाएं इसे बेहद पसंद करती हैं. जून माह के खुशहाल परिवार दिवस पर 18 महिलाओं ने इसे लगवाया है। इसके अलावा इस मौके पर अनचाहे गर्भ से बचने के लिए 705 महिलाओं को गर्भ निरोधक खाने की गोली छाया और 683 महिलाओं को माला एन गोली का भी वितरण किया गया.

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