अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा रा० और सर्वजन हित पार्टी ने विप्र विमर्श संगोष्ठी का किया आयोजन
लखनऊ। संयुक्त विप्र मोर्चा गुरुवार को कानून मंत्री ब्रजेश पाठक(Law Minister Brajesh Pathak) के आवास पर मिला. जहां अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा(All India Brahmin Mahasabha) और सर्वजन हित पार्टी के तत्वावधान में आयोजित विप्र विमर्श संगोष्ठी में लगभग एक सौ से ऊपर ब्राह्मण संगठनों ने शिरकत कर(Brahmin organizations participated) ब्राह्मण हित के तमाम विंदुओं पर गहन विचार कर एक ज्ञापन विभिन्न राजनैतिक पार्टियों को देने का फैसला किया गया था.

इसी क्रम में प्रथमत: संयुक्त विप्र मोर्चा राजेन्द्र नाथ त्रिपाठी के नेतृत्व में भाजपा पार्टी के उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक से मिला. जहां सभी ब्राह्मण संगठनों के प्रमुखों ने अपनी उपस्थिति दी एवं अपनी मांगो, समस्याओं को उनके सामने रखा. कानून मंत्री ने मांग पत्र को पढ़ा, उसे लागू करवाने का संकल्प व्यक्त किया.
उन्होने अन्य अनुपस्थित संगठनों का आवाहन किया एवं कहा कि ब्राह्मण हितों की सुरक्षा के लिए हर सम्भव प्रयास करूंगा। राजेन्द्र नाथ त्रिपाठी जी ने हमारी मांगो को मानने की स्थित में सारा आमर्ष भुलाकर भाजपा का पुन:साथ देने का संकल्प व्यक्त किया. जिसे समस्त संगठन प्रमुखो ने अनुमोदित किया. साथ ही संयुक्त मोर्चे के सभी संगठन प्रमुखो ने हमारी मांगो, संकल्पो और ब्रजेश पाठक के आश्वासन को अपनी सहमति दी. इसी परिप्रेक्ष्य में एक विशाल ब्राह्मण संगोष्ठी के आयोजन का सर्व सम्मत निर्णय हुआ, जिसकी निश्चित रूप रेखा बनाकर तिथि बता दी जायेगी. इस संगोष्ठी में सभी संगठन प्रमुख, विप्र समाज, भाजपा का शीर्ष नेतृत्व व उनके प्रतिनिधि भी उपस्थिति रहे.
ब्राह्मण समाज की मुख मांगे
भगवान परशुराम के जन्मोत्सव पर पूर्व में दिये गये सार्वजनिक अवकाश को पुन:बहाल किया जाय.
सभी आयोगो की तरह सवर्ण आयोग का गठन किया जाय.
ब्राह्मण व ब्राह्मण हितो पर हो रहे कुठाराघात को रोका जाय.
संस्कृत ,कर्मकाण्ड, ज्योतिष, वेद आदि की शिक्षा को प्रोत्साहित किया जाय.
केन्द्र सरकार द्वारा प्रदत सवर्णों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण का उचित अनुपालन सुनिश्चित किया जाय.
गरीब सवर्णों को भी सभी सरकारी सुविधायें दी जाय.
मदरसो, मस्जिदो आदि के मौलानाओं की तरह मंदिर में कार्यरत पुजारियों को जीवन यापन भत्ता दिया जाय.
बेरोजगारों को भत्ता दिया जाय.
लखनऊ के किसी एक प्रमुख चौराहे को परशुराम चौक के रूप में नामित कर विकसित किया जाय व मूर्ति स्थापित की जाय.
देवरिया जिले के सोहनाग परशुराम धाम का विकास सुनिश्चित किया जाय.
शाहजहां पुर का नाम परशुराम पुर किया जाय.
आचार्य रामचन्द्र शुक्ल के नाम से बस्ती में एक मार्ग चौक या सांस्कृतिक स्थल का निर्माण सुनिश्चित किया जाय.
बलिया में मंगलपांडे जी के नाम से कोई महत्वपूर्ण स्मारक बनवाया जाय.
बागपत में पूरा महादेव शिवलिंग जो भगवान परशुराम द्वारा स्थापित है, उसे राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया जाय.
अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा रा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं राजेन्द्र नाथ त्रिपाठी जी की पूर्व में दी गई सुरक्षा व्यवस्था को बहाल किया जाय.
इन मांगो के ज्ञापन देने के अवसर पर मौजूद रहे एवं अपनी सहमति देने वाले संगठन प्रमुख पं राजेन्द्र नाथ त्रिपाठी, पं कमलेश पांडे पं श्याम नारायण चौबे, पं वीरेन्द्र कुमार मिश्र विरही, पं अनुपम बाजपेई, पं रोहित मिश्रा पं ब्रह्मदेव शर्मा,पं कृपा निधान तिवारी, पं संजय तिवारी, पं विनय तिवारी, पं चन्द्रिका प्रसाद मिश्र, पं विजय मिश्र, पं एस एन शुक्ला, पं अतुल राय, पं सूरज मिश्रा, पं दीपक पांडे, पं चन्द्रशेखर पांडे, पं सत्यजीत पांडे पं पंकज पांडे, पं मारकंडे मिश्रा, पं अभिषेक तिवारी, पं अनूप दूबे, डा अजय तिवारी, पं विवेकानन्द पांडे, पं सुनील द्विवेदी, पं सतीश शर्मा,पं संजय अवस्थी ,पं संदीप तिवारी ,पं सरोज नाथ योगी आदि.