ऐम शैक्षणिक समूह ने आयोजित की नई शिक्षा नीति पर दस दिवसीय कार्यशाला
सीतापुर। नई शिक्षा नीति गरीब और वंचित वर्गों के लोगों को शिक्षा का अवसर प्रदान करेगी और शिक्षा की गुणवत्ता को भी बढ़ायेगी। यह बात शनिवार को प्रदेश के नगर विकास राज्यमंत्री राकेश राठौर ‘गुरू’ ने ऐम महाविद्यालय, बाड़ी, सिधौली, सीतापुर में आयोजित दस दिवसीय राष्ट्रीय नई शिक्षा नीति-2020 के समापन सत्र के मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए कही.
उन्होंने ऐम ग्रुप ऑफ एजूकेशनल इंस्टीट्यूट्स द्वारा सिधौली जैसे शैक्षणिक रूप से पिछड़े क्षेत्र में उच्च शिक्षा एवं व्यवसायिक शिक्षा के प्रचार प्रसार के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की.
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि उपजिलाधिकारी(न्यायिक) राखी वर्मा ने ड्राप आउट्स या बीच में ही पढ़ाई छोड़ देने वाले छात्रों की बढ़ती संख्या पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि इस दिशा में विशेष प्रयास किए जाने की ज़रूरत महसूस की जा रही थी. राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2022 इस समस्या के समाधान की दिशा में पर्याप्त दिशा निर्देश दिए गए हैं. भारतीय जनता पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष समीर हसन रिज़वी ने केन्द्र सरकार की शिक्षा नीति की सराहना करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति में कमजोर वर्गों को सशक्त करने पर विशेष ध्यान दिया गया. बाड़ी कस्बे के वयोवृद्ध हाजी ज़हीर खान ने केन्द्र सरकार की शिक्षानीति की प्रशंसा करते हुए कहा कि जो सपना आज़ादी के पूर्व देखा गया था, उसे इस सरकार ने साकार करने का प्रयास किया है.
सत्र की अध्यक्षता कर रहे ऐम ग्रुप ऑफ एजूकेशनल इंस्टीट्यूट्स के सचिव एडवोकेट एम.एस. फ़रीदी ने पुरानी शिक्षा नीति और नई शिक्षा की तुलनात्मक समीक्षा करतेे हुए कहा कि शिक्षा नीति को सदैव समय की ज़रूरत के हिसाब से बदला जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2022 इससे पूर्व विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 पर अपने अपने आलेख पढ़े, जिनमें से चालीस उल्लेखनीय आलेखों का चयन किया गया, चयनित आलेख प्रस्तुत करने वाले विद्यार्थियों को राज्यमंत्री राकेश राठौर ‘गुरू’ द्वारा प्रमाणपत्र दिए गए. भारत सरकार के अल्पसंख्यक कार्यमंत्रालय द्वारा संचालित नया सवेरा योजना में भाग लेने वाली छात्राओं को उपजिलाधिकारी (न्यायिक) राखी वर्मा ने प्रमाणपत्र वितरित किए. कार्यशाला के संयोजक प्रवक्ता चन्द्रशेखर ने आए हुए अतिथियों एवं प्रतिभागी विद्यार्थियों का आभार प्रगट किया.
समापन सत्र का संचालन शिवांगी शुक्ला ने किया। इस मौके पर संस्थान के निदेशक तारिक सिद्दीक़ी, काज़ी जामी, संतोष कुमार, कमलेश कुमार, वन्दना विश्वकर्मा, सपना डे, शहनूर ज़ेबा, रूबीना, प्रतिभा अग्निहोत्री, वर्तिका प्राची अवस्थी , आकांक्षा , अर्चना सहित तमाम लोग मौजूद रहे.