सीतापुर में भीषण सडक़ हादसे में 4 लोगों की मौत
सीतापुर: सीतापुर के कोतवाली क्षेत्र सिधौली में एक भीषण हादसा हो गया जिसमें 4 की मौके पर मौत वही दर्जनों लोग घायल हो गए हैं। आपको बता दें कि शाहजहांपुर से देवा शरीफ जाते वक्त सिधौली में एक भीषण हादसा हो गया. मंजर दिल दहला देने वाला था. जहां नेशनल हाईवे पर शरीर के टुकड़ों को बटोर टी दिखी सिधौली पुलिस. कई थाने की पुलिस ने मिल कर सड़क पर लगे जाम हो हटवाया. यह मंजर इतना खूफ नाक था की वहां पर मौजूद सभी के रोंगटे खड़े हो गए, शरीर के छोटे छोटे टुकड़े रोड पर बिखर गए.
मौके पर पहुंची एंबुलेंस की सहायता से घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिधौली पहुंचाया गया जहां पर चिकित्सकों ने कुछ को जिला अस्पताल एवम् कुछ की हालत को देखते हुए ट्रामा सेन्टर रेफर कर दिया है. वही सिधौली के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का मंजर ही कुछ अलग था यहां पर सिर्फ एक डॉक्टर एवं एक फार्मासिस्ट मौके पर मिले. सीतापुर से आए एडिशनल नरेंद्र प्रताप सिंह ने जब मौके पर पहुंचकर घायल तथा उनके परिजनों से मिले इसके पश्चात मरीजों के इलाज में कुछ राहत मिली मरीजों का आरोप है कि इतने बड़े दुर्घटना के बावजूद भी मात्र एक डॉक्टर का होना बहुत ही शर्मसार है.
वही सिधौली क्षेत्राधिकारी यादवेंद्र यादव ने जब सीएससी अधीक्षक आरके वर्मा को इस मामले की जानकारी दी तो उन्होंने फौरन डॉक्टरों की टीम भेजने की बात की परंतु घंटो इंतजार के बावजूद भी एक डॉक्टर मौके पर नहीं पहुंचे इसे भी वही दिल्ली से आए सलमान मंसूरी ने बताया कि वहां पर मौजूद एक डॉक्टर ने एक ही इंजेक्शन से सभी घायल मरीजों का इलाज भी किया.
उत्तर प्रदेश के स्वस्थ मंत्री एवम् उप मुख्य्मंत्री अभी चंद दिनों पहले ही इसी अस्पताल भी गए थे जहां उन्होंने पूरे अस्पताल का जायजा भी लिया था अब ऐसे में इस प्रकार के चिकित्सकों पर उत्तर प्रदेश की सरकार क्या कदम उठाती है , इमरजेंसी में मात्र 1 डॉक्टर का होना एवं बिना किसी डिग्री के कंपाउंडर ओ से ऐसे गंभीर जनक परिस्थितियों में उन्हीं से इलाज भी करवाना यह कहां तक सही है.