1,697 किशोर-किशोरियों ने लिया कोविड सुरक्षा कवच
सीतापुर। 15 से 18 साल की आयुवर्ग के किशोर-किशोरियों को कोरोनारोधी वैक्सीन लगाने का काम सोमवार से शुरू किया गया. जिसके लिए जिला मुख्यालय सहित सभी 19 सीएचसी सहित कुल 20 बूथ बनाकर इन किशोर-किशोरियों को टीका लगाया गया. पहले दिन की शुरूआत मिलीजुली साबित हुई, कई बूथों पर सुबह से ही युवाओं का उत्साह देखते बनता था, तो कई बूथों पर पूरे दिन सन्नाटा पसरा रहा। इन सभी बूथों पर पहले दिन 15 से 18 साल की आयुवर्ग के कुल 1,697 किशोर-किशोरियों को कोरोनारोधी टीका लगाया गया.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मधु गैरोला ने बताया कि कोरोना से आमजन को बचाने के लिए जिला मुख्यालय पर विभिन्न केंद्रों सहित जिले की सभी 19 ब्लॉक सीएचसी पर टीका लगाने का काम नियमित रूप से किया जा रहा है. इनमें से कई केंद्रों पर विशेष वर्ग और व्यवसाय से जुड़े लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है. इन केंद्रों पर प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग कोरोनारोधी वैक्सीन लगवा भी रहे हैं. इसी बीच प्रदेश सरकार के निर्देश पर सेहत महकमे ने जिले में 15 से 18 साल की आयुवर्ग के किशोर-किशोरियों को कोरोनारोधी वैक्सीन लगाने का काम शुरू कर दिया है.
तीन केंद्रों पर नहीं खुले खातें
सोमवार से शुरू हुए 15 से 18 साल की आयुवर्ग के किशोर-किशोरियों के टीकाकरण के पहले दिन कुल 1,697 टीके लगाए गए. इनमें से पहला सीएचसी ने 629 टीके लगाकर पहला स्थान हासिल किया है. रेउसा सीएचसी 363 टीका लगाकार दूसरे पायदान पर रहा. बिसवां 120 टीके के साथ तीसरे और सीतापुर सदर बाजार शहरी पीएचसी 110 टीके के साथ चौथे स्थान पर रहा. रामपुर मथुरा सीएचसी पर 94, महोली सीएचसी पर 80 और कसमंडा सीएचसी पर 60 टीके लगे.
खैराबाद और सिधौली सीएचसी पर 40-40 किशोर-किशोरियों का टीकाकरण किया गया. इसके अलावा महमूदाबाद में 39, गोंदलामऊ, सांडा और ऐलिया सीएचसी पर 20-20, लहरपुर और हरगांव में 21-21, मिश्रिख में 17 और तंबौर में मात्र तीन टीके ही लग सके। इसके अलावा पिसावां, मछरेहटा और परसेंडी सीएचसी पर एक भी टीका नहीं लग सका.
वैक्सीन को लेकर डर दिखा न झिझक
इन बूथों पर टीका लगवाने आए किशोर-किशोरियों में इस वैक्सीन को लेकर न डर दिखा और न ही कोई झिझक. इन किशोर-किशोरियों का कहना है कि कोरोना से खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए यह टीकाकरण बेहद जरूरी है. विनीता का कहना है कि हम किशोरियों के टीकाकरण को लेकर सरकार का निर्णय सराहनीय है. टीकाकरण से ही कोरोना को हराया जा सकता है, इसलिए हर किसी को टीकाकरण कराना चाहिए. नंदनी का कहना है कि टीकाकरण कराकर और सरकार की गाइडलाइन का पालन करके ही इस महामारी पर हम सब जीत दर्ज कर सकेंगी. अनुपम का कहना है कि टीकाकरण को लेकर लोगों को जागरूक होने की जरूरत है. टीकाकरण का अनुभव बढ़िया रहा. कोरोना को हराने के लिए सभी को टीका लगवाना चाहिए. विनय का कहना है कि टीकाकरण संबंधी गाइडलाइन का पालन करके ही कोरोना से मुक्ति मिलेगी. शालिनी का कहना है कि कोरोना जिस तेजी से फैल रहा है, उसका खात्मा करना जरूरी है. इससे निजात पाने के लिए सभी लोगों को टीका लगाना होगा. इस टीके से ही हम अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा कर सकते हैं.
माहवारी के दौरान भी लगवाएं टीका
सीएमओ डॉ. मधु गैरोला का कहना है कि 15 से 18 साल की उम्र की किशोरियों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है. माहवारी का टीके से कोई संबंध नहीं है. कोई भी किशोरी माहवारी के दौरान भी यह टीका लगवाया जा सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि यदि टीका लगने के बाद टीके की जगह दर्द हो या बुखार हो तो पैरासिटामॉल की गोली खा सकती हैं. अधिक परेशानी होने पर डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं.